मै खुश तो हूँ

कही दर्द की झीले, तो कही लहजे की करवटेँ..
उससे कहना मै खुश तो हूँ, मगर मेरा हर लफ़्ज रोता है..!

जहर भी खरीदेंगे

इस जहां में फिरता है हर कोई ईमानदारी जेबें में रखकर

दोस्तों अब तो जहर भी खरीदेंगे तो अपनी जुवां से चखकर

मुझे महमान देखने आए

हँसी तो उस वक्त आई जब मुझे महमान देखने आए और पापा बोले
हमारो नानो मंदसोर भनीरियो हे
नोकरी लगया बाद सगई करागा मेने सौचा कुँवारा राखेगा