उनका लगातार बरसना

आज का विचार….
बारिश की बूँदें, भले ही छोटी हों, लेकिन उनका लगातार बरसना बड़ी बड़ी नदियों का बहाव बन जाता है ।

ऎसे ही हमारे छोटे छोटे प्रयास निश्चित ही जिन्दगी में बड़ा परिवर्तन लाने में सक्षम रहते हैं । “प्रयास छोटा ही सही पर, लगातार होना चाहिए।।

कुछ इस क़दर है

ज़माने में गद्दारी का आलम कुछ इस क़दर है…!!!!
… साहिब……
कि सरहद पर खडा जवान भी सोचता होगा,,, हमला बाहर से होगा या अंदर से ?

तू क्या लगायेगी

मेरे बर्दाश्त करने का अंदाजा तू क्या लगायेगी,

तेरी उम्र से कहीं ज्यादा मेरे जिस्म पर जख्मो के निशाँ हैं..

उनका कोई कसूर नहीं

वो छोड़ के गए हमें
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी;
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं ;
ये कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।