जब भी उनकी गली से गुज़रता हूँ;
मेरी आंखें एक दस्तक दे देती हैं;
दुःख ये नहीं, वो दरवाजा बंद कर देते हैं;
खुशी ये है, वो मुझे अब भी पहचान लेते हैं!
Category: Sad Bewafa Shayri
हम भी कुछ कहते
मुद्दते हो गयी चुप रहते….!!!!
कोई सुनता तो हम भी कुछ कहते….
अच्छा लगता है।
हमें पता है,एक दिन दिल तोड़ दोगे तुम,
फिर भी दिल देना तुम्ही को अच्छा लगता है।।
सीने से लगाना है
छुना जुर्म है तो, मेरी फांसी का इन्तजामं करो…
दिल की जिदं है, आजं उसे सीने से लगाना है…!!
तेरा नाम जब लिखा
तेरे नाम से बढकर कहाँ..
कोई शायरी हुई..
तेरा नाम जब लिखा..
वाह-वाह मिली मुझे..
उसको भुल जाता है
दौलत भी क्या चीज है,जब आती है तो इंसान खुद को भुल जाता है,
और जब जाती है तो…जमाना उसको भुल जाता है..!!
गैर लग रहे हो
हैरत करूँ, मलाल करूँ, या गिला करूँ….
तुम गैर लग रहे हो बताओ मैं क्या करूँ…
मुझसे छूट रहा है
जाने क्या था जाने क्या है
जो मुझसे छूट रहा है…
याँदें कंकर फेंक रही हैं
और दिल अंदर से टूट रहा है…!!
मौज-ए-ताज़ा
अजीब नशा है होशियार रहना चाहता हूँ
मैं उस के ख़्वाब में बेदार रहना चाहता हूँ
ये मौज-ए-ताज़ा मेरी तिश्नगी का वहम सही
मैं इस सराब में सरशार रहना चाहता हूँ।
शिकार हो आता है
इश्क़ के जंगल में ही ऐसा होता है …..
शिकारी खुद ही शिकार हो आता है…..