बड़ी हसरत से

बड़ी हसरत से सर पटक पटक के गुजर गई,
कल शाम मेरे शहर से आंधी,
वो पेड़ आज भी मुस्कुरा रहें हैं,
जिन में हुनर था थोडा झुक जाने का ।।।

मै फिर से

मै फिर से कर लुँगा
मोहब्बत तुमसे……
एक बात तो बताओ इस बार वफा
कितने दिन तक करोगी?

कुछ इस तरह

कुछ इस तरह उस फकीर ने जिन्दगी की मिसाल दी ”
मुठ्ठी में धूल ली और
हवा में उछाल
दी…!!

छोटी सी जिंदगी है

छोटी सी जिंदगी है ,
हर बात में खुश रहो।

जो पास में ना हो ,
उनकी आवाज़ में खुश रहो।
कोई रूठा हो तुमसे ,
उसके इस अंदाज़ में खुश रहो।

जो लौट के नही आने वाले है,
उन लम्हो कि याद में खुश रहो।
कल किसने देखा है ,
अपने आज में खुश रहो।
खुशियों का इन्तेजार किसलिए ,
दुसरो कि मुस्कान में खुश रहो।
क्यूँ तड़पते हो हर पल किसी के साथ को ,
कभी तो अपने आप में खुश रहो।
छोटी सी जिंदगी है ,
हर हाल में खुश रहो।