ख्वाहिशें तो मेरी छोटी छोटी ही थी
पुरी ना हुई तो बड़ी लगने लगी..
Category: Sad Bewafa Shayri
गाँव में जो छोड़ आए
गाँव में जो छोड़ आए हजारों गज की हवेली,
शहर के दो कमरे के घर को तरक्की समझने लगे हैं।
मोहब्बत सिर्फ देखने से
मोहब्बत सिर्फ देखने से नहीं,कभी कभी बातो से भी हो जाती है…
एहसासों की नमी
एहसासों की नमी होना जरुरी है हर रिश्ते में…..
रेत सूखी हो तो हाथों से फिसल जाती है…..
परिंदों ने नहीं
परिंदों ने नहीं जाँचीं कभी नस्लें दरख्तों की
दरख़्त उनकी नज़र में साल या शीशम नहीं होता
इन्तेजार तो अब
इन्तेजार तो अब किसी का भी नहीं है,
फिर जाने क्यूँ पलटकर देखने की आदत नहीं गई…
हँसते रहो तो
हँसते रहो तो दुनिया साथ है,
आँसुओ को तो आँखों में भी जगह नहीं मिलती ।
गुमान न कर
गुमान न कर अपनी खुश नसीबी का..
खुदा ने गर चाहा तो तुझे भी इश्क़ होगा..
तूने मेरी मोहब्बत की
तूने मेरी मोहब्बत की इंतेहा को समझा ही नहीं..
तेरे बदन से दुपट्टा भी सरकता था तो हम अपनी निगाह झुका लेते थे..
अपनी दुनिया में
तुम सो जाओ अपनी दुनिया में आराम से, मेरा अभी इस रात से कुछ हिसाब बाकी है.!!