अपनी कीमत उतनी रखिए….. जो अदा हो सके,
अगर “अनमोल” हो गए तो तन्हा हो जाओगे.
–
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अपनी कीमत उतनी रखिए….. जो अदा हो सके,
अगर “अनमोल” हो गए तो तन्हा हो जाओगे.
–
क्या बतायें हमारी निगाह में क्या हो तुम!!
खुदा का डर है वरना कह दें,खुदा हो तुम!
तुम्हें नींद नहीं आती तो ,
कोई और वजह होगी !
अब हर ऐब के लिये ,
कसूरवार इश्क तो नहीं …
कभी संभले तो कभी बिखरते आये हम,
ज़िंदगी के हर मोड़ पर ख़ुद में सिमटते आये हम…
छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते|
तुमने किया न याद कभी भूल कर हमे,
हमने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया.!!
बहते हैं आँसूं तो मुस्कुराता हूँ मैं
यूँ भी तो तेरी यादें बाहर आए कभी…
मिटा दिये हैं सभी फासले…..तुम्हारी मोहब्बत ने..
मेरा दिमाग धड़कता है…… मेरे दिल की तरह |
मोहब्बत का अंजाम भी कुछ निराला सा है !
जब भी रूसवा होती है, सरे बाजार होती हैं !!
हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,
बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने मे,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे..