हर रोज गिरकर भी,
मुक्कमल खड़े हैं…!
ए जिंदगी देख,
मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं …!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
हर रोज गिरकर भी,
मुक्कमल खड़े हैं…!
ए जिंदगी देख,
मेरे हौसले तुझसे भी बड़े हैं …!!
लाजवाब है वो इंसान जो सदा हँसते है,
गम छुपाकर अपने औरों के दिल में बसते है !!
कुछ लोग पसंद करने लगे हैं अल्फाज मेरे
मतलब मोहब्बत में बरबाद और भी हुए हैं।….
तुझसे बात करके ही चेहरे का रंग बदल जाता है
ओर लोग पूछते है दवा का नाम कया है…
शूल क्या चुभेगा जनाब जो बातें चुभ जाती है .
याद आ आ कर बातें जख़्म हरा कर जाती है …..!!
तुम शबनम हो, . ..
फूल पे सोये रहती हो….
हम पत्ते हैं, …
दर्द से बिखरा करते हैं..
चेहरे बदल-बदल कर मिलते है लोग मुझसे…. इतना बुरा सुलूक क्यूँ मेरी सादगी के साथ|
बहुत कुछ खो चूका हूँ, ऐ ज़िन्दगी तुझे सवारने की कोशीश में,
अब बस ये जो कुछ लोग मेरे हैं, इन्हें मेरा ही रहने दे।
खता हो गयी तो,सजा सुना दो,दिल में इतना दर्द क्यूँ है,वजह बता दो,!देर हो सकती है,याद करने में जरुर,लेकिन तुम्हें भुला देंगे,ये ख्याल दिल से मिटा दो…।।
तबाह हूँ तेरे प्यार मे …तुझे दूसरों का ख्याल है..
कुछ मेरे मसले पर भी गौर कर …मेरी तो जिन्दगी का सवाल है..