कैसा है ये इश्क और कैसा हैं ये प्यार ,जीते-जी जो मुझ से , तुम दूर जा रहे हो..
Category: Sad Bewafa Shayri
कहाँ खर्च करूँ
कहाँ खर्च करूँ , अपने दिल की दौलत…
सब यहाँ भरी जेबों को सलाम करते हैं…
नजर आये कैसे
अपने चहरे से जो ज़ाहिर है छुपायें कैसे
तेरी मर्जी के मुताबिक़ नजर आये कैसे
किरदार की मोहताज नहीं
तेरे वादे तेरे प्यार की मोहताज नहीं
ये कहानी किसी किरदार की मोहताज नहीं
तुझे अपना सोचकर..
तू मिले या ना मिले….. ये मेरे मुकद्दर की बात है,
“सुकून” बहुत मिलता है….. तुझे अपना सोचकर..
उनके सामने जाऊं
नही पाता सहेज खुद को क्या उनके सामने जाऊं____बड़ी मुश्किल से संभला हूँ मुझे आबाद रहने दो…!!
जिंदगी निकल जाती है….
सपने अपलोड तो तुरंत हो जाते है
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डाऊनलोड करने मे जिंदगी निकल जाती है……!!!!!!!
सुनो इक बात
सुनो इक बात कहूँ तुमसे
रोज़े की तरह फ़र्ज़ हो जाओ मुझ पे
लहजा-ए-यार
लहजा-ए-यार में जहर है बिच्छू की तरह, वो मुझे आप तो कहता है, मगर ‘तू’ की तरह…
डोर से बाँधा जाए
जरुरी तो नहीँ हर रिश्ते को नाम की डोर से बाँधा जाए,
बाँधे गए रिश्ते अक्सर टूट जाते हैँ..!!!