तूने तो कहा था हर शाम गुजरेगी तेरे साथ,
तू बदल गया, या तेरे शहर में शाम नहीं होती…
Category: Sad Bewafa Shayri
लोगों से रिश्ता
मुझमें खामियाँ लाख होंगी,
मगर एक खूबी भी है,
मै लोगों से रिश्ता मतलब के लिए नहीं रखता…
जब तक सत्य
जब तक सत्य घर से बहार निकलता है ll
तब तक ज़ुठ आधी दुनिया घुम लेता है ll
जज़बात पर काबू
जज़बात पर काबू , और वो भी मोहब्बत में…
तूफान से कहते हो , चुपचाप गुज़र जाये ।
अजीब कहानी है
अजीब कहानी है इश्क और मोहब्बत की,
कि उसे पाया ही नहीं फिर भी खोने से डरता हूँ.
फ़ासले इस कदर हैं
फ़ासले इस कदर हैं रिश्तों में,
घर ख़रीदा हो जैसे क़िश्तों में
तेरी जरूरत भी है
अजीब मेरा अकेलापन है…
तेरी चाहत
भी नहीं..और
तेरी जरूरत भी है …!!!
दिलनशी दुनिया के
दिलनशी दुनिया के नक्शों को ना होने दीजिए
इस गुलिश्ता से गुजर जाईए, दरिया होकर!!!!
कभी नही बुझते
कभी जलाओ तो सही दुआओं से।
दिये कभी नही बुझते फिर हवाओं से।
अब कहाँ जरुरत है
अब कहाँ जरुरत है हाथों मे पत्थर उठाने की,
तोडने वाले तो जुबान से ही दिल तोड़ देते हैं…..