तुम मुझसे यारी का मोल ना पूछना कभी,
तुमसे ये किसने कह दिया की पेड़ अपनी छाँव बेचते है…
Category: Sad Bewafa Shayri In Hindi
दुसरों की अपेक्षा
दुसरों की अपेक्षा अगर आपको सफलता,
यदि देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि
मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता
है||
तू होगा ज़रा
तू होगा ज़रा पागल सा
तूने मुझको है चुना…
खमोश लब हैं
खमोश लब हैं झुकी है पलकें,
दिलों में उल्फत नई नई है ,,
अभी तकल्लुफ है गुफ़्तगू में,
अभी मुहब्बत ये नई-नई है,,
अभी न आएगी नींद तुमको ,
अभी न हमको सुकूं मिलेगा ,,
अभी तो धड़केगा दिल ज़्यादा,
अभी ये चाहत नई नई है ,,
जो खानदानी रईस हैं वो ,
मिज़ाज रखते हैं नर्म अपना,
तुम्हारा लहजा बता रहा है ,
तुम्हारी ये दौलत नई नई है ,
जरा सा कुदरत ने क्या नवाज़ा,
कि आ के बैठे हो पहली सफ में,
अभी से उड़ने लगे हवा में ,
अभी ये शोहरत नयी नयी है ||
हमसे जो करोगे
हमसे जो करोगे रुसवाई
तो यूँ ही भूकम्प आएगा रे बेवफा हरजाई…
सड़कों पे नज़र आये
अजब सा तिलिस्म कर गया भूकम्प तेरा आना,
नफ़रत भरे लोग हाथ थामे सड़कों पे नज़र आये !
दीपक बोलता नहीं
दीपक बोलता नहीं उसका
प्रकाश परिचय देता है ।
ठीक उसी प्रकार…
आप अपने बारे में कुछ न बोले,
अच्छे कर्म करते रहे
वही आपका परिचय देगे
नफरत करनी हैं
मुझसे नफरत करनी हैं हो बेशककर पर..
कमबख्त उतनी तो कर जितनी मैंने मौहब्बत की थी…
दीवाना गलियों में
कोई दीवाना गलियों में सेर गुनगुनाता फिरता रहा
कोई आवाज़ आती रही रात भर
इल्म के दीवाने
हम मदरसे से अगर गुज़रे तो बच्चों ने कहा ,ये वहीँ हैं जो बिना इल्म के
दीवाने हुए