मुझे भी शुमार करो

मुझे भी शुमार करो अब गुनहगारों की फेहरिस्त में,

मैं भी क़ातिल हूँ हसरतों का, मैंने भी ख्वाहिशों को मारा है…।

एक था राजा

एक था राजा, एक थी रानी,
दोनों मर गए, खत्म कहानी

कुछ याद आया, सबने भूतकाल में सुना होगा !

अब भविष्य की सुनो

कोख से बेटी, धरती से पानी
दोनों मिट गए, खत्म कहानी………