इंसान सबसे सस्ता मोहब्बत के नाम पर बिकता है,
और सबसे महँगी उसे मोहब्बत ही पड़ती है…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इंसान सबसे सस्ता मोहब्बत के नाम पर बिकता है,
और सबसे महँगी उसे मोहब्बत ही पड़ती है…
काम अब कोई न आएगा बस इक दिल के सिवा
रास्ते बंद हैं सब कूचा-ए-क़ातिल के सिवा!
ये जो मैंने ख़ुद को बदला है
ये मेरा तुझसे बदला है|
दो ही गवाह थे मेरी मोहब्बत के,
वक़्त…और…. सनम…
एक गुजर गया और दूसरा मुकर गया…..!
मेरा इश्क़ फ़क़ीरी मेरी,
तेरा इश्क़ ख़जाना मेरा…
मैं बंद आंखों से उसको देखता हूं
हमारे बीच में पर्दा नहीं है|
अच्छा है तुम्हारा दिल, खवाबो से मान जाता है..
कम्बक्त हमारा दिल है की रूबरू होने को तड़पता है…
छू जाते हो तुम मुझे कितनी ही दफ़ा ख्वाब बन कर,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे नसीब में नहीँ❗❗
होंठो पे अपने यूँ ना रखा करो
तुम नादान कलम को,
वरना नज़्म फिर नशीली होकर
लड़खड़ाती रहेगी।
जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,
दूर हो या पास क्या फर्क पड़ता हैं,
अनमोल रिश्तों का तो बस एहसास ही काफी हैं..!!!