क्या सुनाऊ अपनी जिंदगी की कहानी दोस्तों…
समुन्दर पर राज था फिर भी जिंदगी भर प्यासा ही रहा…
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
क्या सुनाऊ अपनी जिंदगी की कहानी दोस्तों…
समुन्दर पर राज था फिर भी जिंदगी भर प्यासा ही रहा…
हम आईना हैं, आईना ही रहेंगे
फ़िक्र वो करें
जिनकी शक्लो में कुछ
और
दिल में कुछ और है!
मुद्दतों बाद इक ख़ुशी का पता मिला है मुझे,
वो जो कहीं बहुत दूर था आज मिला है मुझे,
उसके इस अनकहे एहसास में डूबा रहा हूँ मैं,
वो जब अश्क लिये आँखों में गले मिला है मुझे..
मेरे हिस्से का वक़्त कहाँ रखते हो ?
देखो तो सही ……
इक समुन्दर उग आया होगा वहां ..
तू अगर इश्क़ में बर्बाद नहीं हो सकता
जा तुझे कोई सबक़ याद नहीं हो सकता |
मेरे दर्द भरे उदास शेर को हौंसला देने वालों,
ज़रा मेरे शिकार लफ़्ज़ों की भी तबियत पूछ लेते।
तुझको पाने की जुस्तजू बहुत है दिल में,
मुझसे अब करिश्मा न होगा ख़ुदा ही करे।
चाहने वालो को नही मिलते चाहने वाले.!
हमने हर दगाबाज़ के साथ सनम देखा है..!!
दुश्मनी हो जाती है मुफ्त में सैकड़ों से,
इन्सान का बेहतरीन होना ही गुनाह है।
वो तो ऐसा था के एक आँसू गिरने की भी वजह पूछा करता था,
पर ना जाने क्यू अब उसे बरसात की पहचान नही होती !!!