मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ , हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं , जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मँज़िले बड़ी ज़िद्दी होती हैँ , हासिल कहाँ नसीब से होती हैं !
मगर वहाँ तूफान भी हार जाते हैं , जहाँ कश्तियाँ ज़िद पर होती हैँ !
मुस्कान को
महफ़िल चाहिये
औऱ
आँसू ढूंढते हैँ तन्हाई..
दुनिया के बाज़ार में
सब को
वफ़ा चाहिये..
नहीँ चाहता है कोई वेबफाई..
चले थे
सकूँ ढूँढने
उल्टा चैन भी खो बैठे हैँ..
कभी सोया करते थे
जो बेफ़िक्र होकर …
इश्क़ मेँ क्या डूबे
अब आँखों से नींद को भी धो बैठे हैँ..
पा सकेंगे न उम्र भर जिस को,
जुस्तुजू आज भी उसी की है…
मोहब्बत के रास्ते कितने भी मखमली क्यो ना हो…
खत्म तन्हाई के खंड़हरो मेँ ही होते है….!!
खुशियों का रंग दर्द की तस्वीर बदल दे
अब तो हमारे पाँव की ज़ंज़ीर बदल दे…
लिक्खा नही नसीब में तूने वो एक शख्स
मौला तू मेरे हाथ की तकदीर बदल दे
रोयेगा वही जिसने महसुस किया है सच्चे प्यार को,
मतलब की चाहत रखने वालो को कोई फर्क नहीं पड़ता |
किस हक़ से मांगू तुमसे तुम्हारा वक़्त
ना वक़्त मेरा है और ना तुम मेरे हो ..
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाता है…!!! और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाता है…!!!
तकलीफ ये नही की किस्मत ने मुझे धोका दिया
मेरा यकिन तुम पर था, किस्मत पर नही..
चले जायेंगे तुझे तेरे हाल पर छोड़कर,कदर क्या होती है ये तुझे वक़्त सिखाएगा।