ना जाने कितनी

ना जाने कितनी अनकही बातें,
कितनी हसरतें साथ ले जाएगें..
लोग झूठ कहते हैं कि खाली हाथ आए थे
और खाली हाथ जाएगें|

जीत लेते हैं

जीत लेते हैं सैकड़ो लोगों का दिल शायरी करके..!
लोगों को क्या पता अंदर से कितने अकेले हैं हम !!

ज़िन्दगी वक़्त के साथ

ज़िन्दगी वक़्त के
साथ बदलती चली
जा रही है,
बचपन की शामें लंबी
हुआ करती थी
अब की शाम
दावे पाँव अँधेरे
के साथ आकर
निकल जाती है..