रिश्तों में विश्वास

अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये,

जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते है”

” क्यूँकि रिश्तों में विश्वास
,
और मोबाईल में नेटवर्क ना हो,
.
.
तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं !!

ये वक़्त बेवक़्त

ये वक़्त बेवक़्त मेरे ख्यालों में आने की आदत
छोड़ दो तुम….,
कसूर तुम्हारा होता है और लोग मुझे
आवारा कहते है….।

गलत सुना था

गलत सुना था कि,
इश्क आँखों से होता है….
दिल तो वो भी ले जाते है,
जो पलकें तक नही उठाते….!!!!

खुशी के आंसू

खुशी के आंसू रूकने न देना,
गम के आंसू बहने न देना,
ये जिंदगी न जाने कब रूक जाए,
मगर ये प्यारी सी दोस्ती कभी टूटने न देना।

वो लौट के आये

वो लौट के आये मेरी ज़िन्दगी में अपने मतलब के लिए……..
और…….
मैं यह सोचता रहा मेरी दुआओं में दम हैं

आज हालात देखकर

बचपन में एक पत्थर तबियत से ऊपर
उछाला था कभी…!
.
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आज हालात देखकर लगता है
.
.
कहीं वो “ऊपर-वाले” को तो नहीं लग
गया…!!

अपनी महफ़िल से

ग़रीब समझकर आज उसने उठा दिया हमें अपनी महफ़िल से ?
.
कोई मेरी ख़ातिर पूछे उनसे, क्या चाँद की महफ़िल में सितारे
नहीं होते ??