प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है
दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है
जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
प्यार में कोई तो दिल तोड़ देता है
दोस्ती मेँ कोई तो भरोसा तोड़ देता है
जिंदगी जीना तो कोई गुलाब से सीखे
जो खुद टूट कर दो दिलों को जोड़ देता है |
हम ग़मों को छिपाने का कारोबार करते हैं,
कसूर बस इतना है, हम गम देने वाले से ही प्यार करते हैं..
इंसानियत एक बहुत बड़ा खज़ाना है
इसे लिबाज़ में नहीं..
इंसान में तलाशो…
मन का झुकना बहुत ज़रूरी है
सर झुकाने से रब नहीं मिलता.!!
बे-ख़बर जिन की याद में हैं हम,
ख़ैर से उनको कुछ ख़बर ही नहीं|
हिचकियों से एक बात का पता चलता है…
कि कोई मुझे याद तो करता है…
बात न करे तो क्या हुआ कोई आज भी
हम पर कुछ लम्हें बरबाद तो करता है|
दिल में ना जाने क्या क्या दबा रखा है
अब वो ना मुस्कुराते है ना रोते है |
सोच हो गयी है तीर सी ….. मुड़ के हम कमान हो गये …….
दर्द की जमीन क्या मिली …. लफ्ज भी लगान हो गये …!!
डरा रहीं ख़ामोशियाँ, हुआ हौसला रंक।
चुभता है हर पल हमें, तनहाई का डंक।।
वो भी क्या दिन थे..
जब घड़ी एकाद के पास होती थी,
और समय सब के पास..!!!