हारने के बाद

हारने के बाद इंसान नहीं टूटता…..

हारने के बाद लोगों का रवय्या उसे टूटने पर मज़बुर करता है…..

न पूछा कर

न पूछा कर औरो से हाल मेरा..

.ए बेवफा ..,

इतनी ही फ़िक्र होती तो ..तू साथ होती.. तेरी यादे नहीं…

कभी यूँ भी

कभी यूँ भी हुआ है हंसते-हंसते तोड़ दी हमने…
हमें मालूम नहीं था जुड़ती नहीं टूटी हुई चीज़ें..!!