मांगो तो अपने रब

मांगो तो अपने रब से मांगो ,

जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत ,

लेकिन दुनिया से हरगिज मत मांगना ,

क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी ..

एक नफरत ही हैं

एक नफरत ही हैं जिसे,
दुनिया चंद लम्हों में जान लेती हैं.

वरना चाहत का यकीन दिलाने में,
तो जिन्दगी बीत जाती हैं..

माला की तारीफ़ तो

माला की तारीफ़ तो करते हैं सब,
क्योंकि मोती सबको दिखाई देते हैं..

काबिले तारीफ़ धागा है जनाब जिसने सब को जोड़ रखा है.

ये दुनियाँ ठीक

ये दुनियाँ ठीक वैसी है जैसी आप इसे देखना पसन्द करते हैं।

यहाँ पर किसी को गुलाबों में काँटे नजर आते हैं तो किसी को काँटों में गुलाब !!

मयखाने से पूछा

मयखाने से पूछा आज,इतना सन्नाटा क्यों है,
.
मयखाना भी मुस्कुरा के बोला,

लहू का दौर है, साहेब

अब शराब कौन पीता है…..!!……..