मैने रंग दिया हर पन्ना तेरे नाम से ….
मेरी किताबो से पूछ इश्क किसे कहते है …..
Category: Mosam Shayri
जिंदगी अब नहीं
जिंदगी अब नहीं संवरेगी शायद..
तजुर्बेकार था.. उजाड़ने वाला…
आराम से तनहा कट रही थी
आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी..
जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।
आराम से तनहा कट रही थी
आराम से तनहा कट रही थी तो अच्छी थी..
जिंदगी तू कहाँ दिल की बातों में आ गयी ।
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं
तुझसे अच्छे तो जख्म हैं मेरे
उतनी ही तकलीफ देते हैं जितनी बर्दास्त कर सकूँ
क्या करूंगा मैं
क्या करूंगा मैं तेरे शीशमहल में आकर…..!
जितने तेरे आईने हैं, उतने मेरे चहेरे भी नहीं…..!!
आज उस हद तक
आज उस हद तक सिर्फ दर्द ही दर्द है….
जिस हद तक उससे मोहब्बत की थी….
मेरे वजूद को
मेरे वजूद को दामन से झाड़ने वाले नासमझ,
जो तेरी आखिरी मंजिल है वो ही मिट्टी हूँ मैं…
लिखते है सदा
लिखते है सदा उन्ही के लिए,जिन्होने हमे कभी पढा नही…!
सहम उठते हैं
सहम उठते हैं कच्चे मकान, पानी के खौफ़ से,
महलों की आरज़ू ये है की, बरसात तेज हो…