आखरी साँस बाकी है।।
आ रहे हो या ले लू।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
आखरी साँस बाकी है।।
आ रहे हो या ले लू।।
उसकी जुस्तुजू उसका इंतज़ार और अकेलापन,
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थक कर मुस्कुरा देता हु जब रोया नहीं जाता
रात भर फोन की डिस्प्ले पे चलाई उँगली
उनके रुख़सार से जुल्फ़ों को हटाने के लिए
जख्मों को अपने अब ढक कर चलता हूँ…
आजकल लोगों के लहजों में ही नमक झलकता है…!!
हसरतें मचल गयी जब तुमको सोचा एक पल के लिए;
सोचो दीवानगी तब क्या होगी,जब तुम मिलोगे मुझे उम्र भर के लिए…..
कुछ पाने की बेचैनियाँ भी होनी चाहियें दिल में
वरना जीने का क्या फायदा…
क्यो नही मिलता कोई शक्स अपने जैसा
यूँ तो इस दुनिया में क़िरदार बहुत है…
अब तुमको भूल जाने की कोशिश करेंगे हम…
…
तुमसे भी हो सके तो ना आना, मेरे ख्यालों में !
मैं मर जाँऊ तो उसको खबर मत करना…
अगर वो रो पड़ी तो ये दिल फिर धड़क जायेगा…
मुझे शराब से मोहब्बत नहीं है..
मोहब्बत हे तुमसे !