कर्मो का तूफ़ान

कर्मो का तूफ़ान

भाग्य के दरवाजे पर
सर पीटने से बेहतर है,
कर्मो का तूफ़ान पैदा करे
सारे दरवाजे खुल जायेंगे.!

उससे बिछड़े तो

उससे बिछड़े तो मालूम हुआ की मौत भी कोई चीज़ है ‘फ़राज़’ ज़िन्दगी वो थी जो हम उसकी महफ़िल में गुज़ार आए !!

वहम से भी

वहम से भी अक्सर खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते,
कसूर हर बार गल्तियों का नही होता

उन आँखों की

उन आँखों की दो बूंदों से समन्दर भी हारे होंगे…

जब मेहँदी वाले हाथो ने मंगलसूत्र उतारे होंगे.शहादत को नमन…