थाम लु हाथ

मैं ही थाम लु ही थाम लु हाथ उनका बस इतनी इबादत देदो
वो न रह सके एक पल भी मेरे सिवा
खुदा तु उनको ये मेरी आदत दे दो

झूठ बोलते है

झूठ बोलते है वो लोग जो कहते हैं, हम सब मिटटी से
बने हैं…!!
मैं एक शख्स से वाकिफ हूँ, जो पत्थर का बना हैं….!!

आज किसी ने

आज किसी ने ये बात कहके दिल तोड़ दिया
के लोग तेरे नहीं तेरी शायरी के दिवाने है

वक़्त लगा था

वक़्त लगा था..पर संभल गया…
क्यों कि….
मैं ठोकरों से गिरा था किसी की नज़रों से नहीं…!!

छोड़ ये बात

छोड़ ये बात मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको..!!
ज़िन्दगी इतना बता कितना सफर बाक़ी है..!

ज़िंदगी में जो

ज़िंदगी में जो हम चाहते हैं वो आसानी से नहीं मिलता, लेकिन ज़िंदगी का एक सच यह भी है कि जो हम चाहते वो आसान नहीं होता।