सोचते रहे ये

सोचते रहे ये रातभर. हम करवट बदल बदलकर…
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जानें क्या बात है तुम में दिल कहीं और लगता ही नहीं.

तुम आते थे

तुम आते थे
बहार आती थी

एक एक लम्हा
महका जाती थी

अब तुम जो नही हो
तुम्हारी यादें आती हैं

दिल के ज़ख़्मों को
कुरेद जाती हैं