बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की.. बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गए..
Category: Love Status
सितम की रस्में
सितम की रस्में बहुत थीं लेकिन, न थी तेरी अंजुमन से पहले; सज़ा खता-ए-नज़र से पहले, इताब ज़ुर्मे-सुखन से पहले; जो चल सको तो चलो के राहे-वफा बहुत मुख्तसर हुई है; मुक़ाम है अब कोई न मंजिल, फराज़े-दारो-रसन से पहले।
कोई खो के मिल गया
कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खो गया… ज़िंदगी हम को बस ऐसे ही आज़माती रही …!!
हमको ख़ुशी मिल भी गई
हमको ख़ुशी मिल भी गई तो कहा रखेगे हम आँखों में हसरतें है तो दिल में किसी का गम
उसकी जीत से
उसकी जीत से होती हे ख़ुशी मुझको….! यही जवाब मेरे पास अपनी हार का था ….
कुछ ना कर सकोगे
कुछ ना कर सकोगे मेरा मुझसे दुश्मनी करके, मोहब्बत कर लो मुझसे अगर मुझे मिटाना ही चाहते हो तो…
अजीब है ख्वाइशओ के
अजीब है ख्वाइशओ के सिलसिले भी… नसीब से समझोता किए बैठे है…!!
ये सच है की
ये सच है की वो मेरी जिंदगी है, और ये भी तो सच है की जिंदगी का कोई भरोसा नहीं !!
तुम मुझे फरेब दो
तुम मुझे फरेब दो और मैं प्यार समझूं उसे अब इतना सादगी का ज़माना नहीं रहा…
हम जिसके साथ
हम जिसके साथ वक्त को भूल जाते थे, वो वक्त के साथ हमको भूल गया…!!