लफ़्ज़ों में बयाँ करूँ जो तुम्हे ,
इक लफ्ज़ मुहब्बत ही काफी है|
Category: Love Shayri
रूह के रिश्तों की
रूह के रिश्तों की यही खासियत रही है..
महसूस हो ही जाती है जो बात अनकही है…!!
तेरे ना होने से
तेरे ना होने से कुछ नहीं बदला,
बस कल जहाँ दिल होता था आज वहाँ दर्द होता है ……!!
मेरे वजूद मे
मेरे वजूद मे काश तू उतर जाए
मे देखु आईना ओर तू नजर आए
तू हो सामने और वक्त्त ठहर जाए,
ये जिंदगी तुझे यू ही देखते हुए गुजर जाए
कांच के कपड़े
कांच के कपड़े पहनकर हंस रही हैं बिजलियां
उनको क्या मालूम मिट्टी का दीया बीमार है…
कोई ठुकरा दे
कोई ठुकरा दे तो हँसकर जी लेना..
दोस्तों
क्यूँकि मोहब्बत की दुनिया में ज़बरदस्ती नहीं होती..
जा भूल जा तू मुझे …
जा भूल जा तू मुझे ……..तुझे इजाज़त है
हम भी याद करने से पहले कौन सा पूछा करते हैं !!
दर्द की हद को
दर्द की हद को समझना है तो ये कर ले…
जो किसी और को चाहे बस उससे मुहब्बत|
एक अजीब सी जंग
एक अजीब सी जंग छिड़ी है रात के आलम में, आँख कहती है सोने दे, दिल कहता है रोने दे..!
खुश मिज़ाज लोग
खुश मिज़ाज लोग टूटे हुए होते हैं अंदर से…
बहुत रोते हैं वो जिनको लतीफे याद रहते हैं…