उसे ज़ली हुई लाशें नज़र नही आती
मग़र वह सुई से धागा गुज़ार देता है
Category: Love Shayri
तुझे जी नहीं पा रहे हम
तुझको बेहतर बनाने की कोशिश में,तुझे वक़्त ही नहीं दे पा रहे हम,माफ़ करना ऐ ज़िंदगी, तुझे जी नहीं पा रहे हम…..
ज़ख्म इतने गहरे हैं
ज़ख्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें; हम खुद निशान बन गए वार क्या करें; मर गए हम मगर खुलो रही आँखें; अब इससे ज्यादा इंतज़ार क्या करें!
यू तो फूल बहूत थे
यू तो फूल बहूत थे बागो मे
पर
हमे पंसद वो था जो सब से अकेला था..!!!!
कोई पटवारी वाकिफ़ है
कोई पटवारी वाकिफ़ है क्या तुम्हारा,
अपनी ज़िन्दगी तुम्हारे नाम करवानी थी
ख़ुद अपना ही साया
ख़ुद अपना ही साया डराता है मुझे,
कैसे चलूँ उजालों में बेख़ौफ़ होकर?
ख़रीद सको न जिसको
ख़रीद सको न जिसको दौलत लूटा कर भी
बिक जाता है वो तो केवल एक मुस्कान में !
सितम याद आ रहा है
सितम याद आ रहा है रह रहकर..
मोहब्बत में कितने ज़ालिम सा था वो….
रिश्ता जमीं से
रिश्ता जमीं से मेरा कभी टूटता नही
वो याद रहा मुझको मेरी हर उड़ान में !
अब अकेला नहीं
अब अकेला नहीं रहा मैं यारों मेरे साथ अब मेरी तन्हाई भी है…..