ये सगंदिलो की दुनिया है,संभलकर चलना गालिब, यहाँ पलकों पर बिठाते है, नजरों से गिराने के लिए…
Category: Love Shayri
हसरतें जिद्दी औलाद सी
हसरतें जिद्दी औलाद सी होती है…
और जिंदगी मजबूर माँ सी..!
मैं तेरा कुछ भी नहीं हूँ..
मैं तेरा कुछ भी नहीं हूँ.. मगर इतना तो बता…
देखकर मुझको… तेरे ज़हन में आता है क्या….
जिस कदर मेरी
जिस कदर मेरी ख्वाहिशों की पतंग उड़ रही है,
एक न एक दिन कटकर लूट ही जानी है….
बदल जाती हो तुम …
बदल जाती हो तुम ….. कुछ पल साथ बिताने के
बाद……
यह तुम मोहब्बत करती हो या नशा…
बेताबी उनसे मिलने की
बेताबी उनसे मिलने की इस क़दर होती है
हालत जैसी मछली की साहिल पर होती है
यूँ ही आँखें
यूँ ही आँखें किसी की नम नहीं होतीं।
दिल टूटता है पहले, फिर बनते हैं मोती।
बिन तुम्हारे कभी नही
बिन तुम्हारे कभी नही आयी
क्या मेरी नींद भी तुम्हारी है|
दिल रोता है
दिल रोता है चेहरा हँसता रहता है कैसा कैसा फ़र्ज़ निभाना होता है..
जो गुज़ारी न जा सकी
जो गुज़ारी न जा सकी हम से हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है