लिख के उसे

लिख के उसे मिटाने की बुरी आदत है कि,

इसी वजह से मैं उसके तकदीर में आते-आते रह गया।

मौला तू भी

मौला तू भी कमाल करता है।

आँखे ब्लैक & व्हाइट देता है।

और ख़्वाब रंगीन दिखाता है ।

तमाम उमर जिंदगी से

तमाम उमर जिंदगी से दूर रहे
तेरी खुशी के लिए तुझसे दूर रहे
अब इससे बढ़कर वफ़ा – ए -सजा क्या होगी
की तेरे हो कर भी तुझसे दूर रहे ??