सपनॊं के बिन

सपनॊं के बिन जैसे आँखॊं की कीमत कॊई ना,
बस ऐसे ही हूँ मै तेरे बिन मेरी चाहत कॊई ना ॥

दिल तो तब

दिल तो तब खुश हुआ मेरा जब उसने कहा
तुम्हे छोड़ सकती हूँ माँ-बाप को नही