हारे हुए रिश्तों

हारे हुए रिश्तों की अक्सर यही

हालत रह जाती हैं

लोगों की मोहब्बत रहती नहीं पर आदत रह जाती

हैं।.

तनहाई का सौदा वैसे इतना भी घाटे में नहीं चलता

बेचैनी नहीं

बसती विराने में, बस राहत रह जाती हैं।.

बदलते हुए हालातों से

समझौता तो हो जाता हैं

परकोई चाहें या ना चाहें, चुपके से चाहत रह

जाती हैं।.

लेन-देन के मामलों में तो यादें लौटाना नामुमकिन हैं

अपनी

वहाँ तो किसी की यहाँ ये अमानत रह जाती हैं।

उसे पाने के लिए

किसी ने

मुझसे पूछा के तुम उसे पाने के लिए किस हद तक जा सकते

हो……?
मैंने मुस्कुरा के कहा अगर हदे पार करनी होती,
तो उसे

कब का पा लिया होता..