जीत लेते हैं सैकड़ो लोगो का दिल ये शायरी करके..हम..
लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितने अकेले हैं हम !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जीत लेते हैं सैकड़ो लोगो का दिल ये शायरी करके..हम..
लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितने अकेले हैं हम !!
पूछने लगे हैं, अब लोग मुझसे, कि ये शायरियां आखिर हैं किसके नाम…
कैसे बता दूँ कि, मेरी हर शायरी के “तुम” सिर्फ “तुम” ही हो !!
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती
तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती ..
मजबूरियां चुपचाप बोली कान में,जिंदगी बेचैनियों का नाम है…।।
हमारा साथ …
पुरानी किताब के पीले पड़
चुके पन्नों से आती
सोंधी सी महक जैसा …
पाकिजगी मुहब्बत की मयस्सर हैं सबको….
दामन-ऐ-वफा में कोई अश्क तो कोई हंसी लिए बैठे हैं !!
मुस्कुरा देते हो मेरी हर बात पर….
सुनते भी हो…या इश्क हो गया है….!!
और भी है मसले इश्क़-ओ-गम के सिवा,
उदासी की वजह हर बार मोहब्बत ही तो नहीं होती..
आराम से तन्हा कट रही थी तो अच्छी थी
जिंदगी तू कहाँ, दिल की बातों में आ गयी|
तजुर्बा एक ही काफी था बयान करने के लिए मैने देखा ही नहीं इश्क दोबारा करके !!