गुस्सा करने के बदले
रो लेना अच्छा है
क्योंकि गुस्सा दुसरों को
तकलीफ देता है
जबकि आंसु चुपचाप
आत्मा में से बहकर
ह्रदय को स्वच्छ करते हैं |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
गुस्सा करने के बदले
रो लेना अच्छा है
क्योंकि गुस्सा दुसरों को
तकलीफ देता है
जबकि आंसु चुपचाप
आत्मा में से बहकर
ह्रदय को स्वच्छ करते हैं |
ये वक्त भी क्या ग़जब चीज़ है
ख़ुशी के समय कैसे कट जाता है पता भी नहीं चलता
दुःख़ के समय एक एक पल काटना मुश्किल कर देता
कई बार बीते हुए वक्त का घाव इतना गहरा होता है कि वो हर पल परेशान करता है
और कई बार बीते हुए वक्त के कुछ हसीन पल जीने का सहारा बन जाते हैं!!
हर रात तुम्हारी याद में ये आँचल भीग जाता है,…
और भीग के पूछता है मुझसे..
कि
क्यों याद करते हो उसे जो किसी और की बाहों में सो जाता है….???
ख्वाबो की बातें वो जाने जिनका नींद से रिश्ता हो,
मैं तो रात गुजारता हुँ चाँद को देखने में…
चाँद तारो में नज़र आये चेहरा आपका
जब से मेरे दिल पे हुआ है पहरा आपका|
ग़म किस तरह हो कम जो मिले ऐसे ग़म-गुसार,
ग़म की नज़ाकतों को जो पहचानते नहीं..
मेरी आँखों से बना तेरी आँखों का चेहरा,
गैरो की आँखों से जो देखा नहीं जाता।।
सहानुभूति नहीं, इश्क़ ग्रन्थ हो तुम,
जिसे सरेआम नासमझों के बीच फेंका नहीं जाता।।
न कायदे न फायदे…
न राहत न सुकूँ….
फिर भी तू मोहब्बत है मेरी
जिन्दगी में नहीं फिर भी सफ़र में हूँ…तेरे!!
न तेरी अदा समझ में आती है ना आदत ऐ ज़िन्दगी,
तू हर रोज़ नयी सी,हम हर-रोज़ वही उलझे से..
मुहब्बत ना तेरी है ना मेरी है,
ये तो बस लफ्जों की है…!!