किस्सा बना दिया एक
झटके में उसने मुझे,
जो कल तक मुझे
अपना हिस्सा बताता था !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किस्सा बना दिया एक
झटके में उसने मुझे,
जो कल तक मुझे
अपना हिस्सा बताता था !!
किसी के अंदर जिंदा रहने की
ख्वाहिश में …
हम अपने अंदर मर जाते हैं …
आसमां में उड़ने की चाह रखने वाले..
कभी जमी पर गिरने की परवाह नहीं करते !!
मुस्कुराने के अब बहाने नहीं
ढूढने पड़ते तुम्हें याद
करते हैं तमन्ना
पुरी हो जाती है|
गुजरूँगा तेरी गली से अब गधे लेकर
क्यों कि तेरे नखरों के बोझ
मुझसे अब उठाए नहीं जाते….
आईना साफ किया तो “मैं” नजर आया।
“मैं” को साफ किया तो “तू” नजर आया।।
एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।
शब्द तो शोर है तमाशा है
भाव के बिंदु का बिपाशा है
मरहम की बात होठो से ना करो
मोन ही तो प्रेम की परिभाषा |
तुझ पे उठ्ठी हैं वो खोई हुयी साहिर आँखें..
तुझ को मालूम है क्यों उम्र गवाँ दी हमने…
न चमन है , न गुल है ,न मौसम-ए-बहार है
मेरी भी जिंदगी क्या खूब है – सिर्फ इन्तजार है।