सच कहा था

सच कहा था किसी ने तन्हाईयों में जीना सीख लो; मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है|

कल जैसे ही

कल जैसे ही हमारा मेहबूब चांदनी रात में बाहर आ गया

आसमां का चाँद भी धरती के चाँद को देखकर शर्मा गया|