उम्र छोटी है

उम्र छोटी है तो क्या, ज़िंदगी का हरेक मंज़र देखा है।

फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं, बगल में खंजर देखा है।।

तुम वाकिफ नही

तुम वाकिफ नही हो मेरी बेताबी से…
इसलिए सब्र की बात करते हो…
मेरी नज़रे तो उन राहो को भी चूमती है..
जहाँ से तुम एक बार निकलते हो!!

संगमरमर के महल में

संगमरमर के महल में तेरी ही तस्वीर सजाऊंगा;
मेरे इस दिल में ऐ प्यार तेरे ही ख्वाब सजाऊंगा;
यूँ एक बार आजमा के देख तेरे दिल में बस जाऊंगा;
मैं तो प्यार का हूँ प्यासा जो तेरे आगोश में मर जाऊॅंगा।