साथ अगर दोगे तो

साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,

कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।

काश कोई रात

काश कोई रात ऐसी मिल जाये, बाँहो को तेरा साथ मिल जाये,,

कुछ पल के लिए हँसी खिल जाये, फिर चाहे अगले पल मौत मिल जाये…

जब रुला लेते हैं

जब रुला लेते हैं जी भर के हमें…
जब सता लेते हैं जी भर के हमें…
तब कहीं खुश वो ज़रा होते हैं….

और क्या एहद-ए-वफ़ा होते हैं….