साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
कुछ भीगें अल्फाज़ों ने, यूँ दिया हैं दिल पर पहरा,
अंधेरे अब डराते नही, हैं रोशन हर सफर मेरा…
मैं आपकी नज़रों से नज़र चुरा लेना चाहती हूँ,
देखने की हसरत है बस देखते रहना चाहती हूँ ।
कुछ भीगें अल्फाज़ों ने, यूँ दिया हैं दिल पर पहरा,
अंधेरे अब डराते नही, हैं रोशन हर सफर मेरा…
काश कोई रात ऐसी मिल जाये, बाँहो को तेरा साथ मिल जाये,,
कुछ पल के लिए हँसी खिल जाये, फिर चाहे अगले पल मौत मिल जाये…
मेरे दिल में उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,,
जब वो मुस्करा के पूछती हैं, नाराज़ हो क्या…?
चर्चे इस मुलाकात के हर बार सुनाई देंगे।आज मेरी छत पे एक साथ दो चाँद दिखाई देंगे।
जब रुला लेते हैं जी भर के हमें…
जब सता लेते हैं जी भर के हमें…
तब कहीं खुश वो ज़रा होते हैं….
और क्या एहद-ए-वफ़ा होते हैं….
तुम लाख छुपाओ ……मुझसे जो रिश्ता है…. तुम्हारा सयाने कहते हैं नजर अंदाज करना भी मुहब्बत है…..
जब मोहब्बत हुई थी तो लगा किसी
अच्छे काम का सिला है,
खबर न थी की बेगुनाहों को ऐसे
भी सजा मिलती है !!