इक नजर है जो उनका दीदार चाहती है।
इक दिल है जो उनका प्यार चाहता है..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इक नजर है जो उनका दीदार चाहती है।
इक दिल है जो उनका प्यार चाहता है..
जिंदगी में प्यार क्या होता है वो उस शख्स से पूछो..
जिसने दिल टूटने के बाद भी इंतजार किया हो|
आज तक बहुत भरोसे टूटे,
मगर भरोसे की आदत नहीं टूटी।
बिन धागे की सुई सी हो गयी है, ये जिंदगी,
सिलती कुछ नही बस चुभती जा रही है..
लिख दू कुछ ऐसा या कुछ ऐसा काम मैं कर जाउ,
फूट-फूट कर रोऐ दुनिया जिस दिन मैं मर जाउ|
जब भी देख़ता हूँ ….. तेरे इश्क़ की पाकीज़गी ……..
दिल करता …… तेरी रूह को काला टीका लगा दूँ …!!
जब बात रिहाई की आयी
पता नहीं जुदाई लगी मुझे।
चूम कर कफ़न में लिपटें मेरे चेहरे को, उसने
तड़प के कहा नए कपड़े क्या पहन लिए, हमें देखते भी नहीं..
तनहइयो के आलम की ना बात करो जनाब;
नहीं तो फिर बन उठेगा जाम और बदनाम होगी शराब |
कैसे कह दूं,
कि थक गया हूं मैं…..
जाने किस-किस का,
हौसला हूं मै|