लो आज हम तुमसे

लो आज हम तुमसे निकाह-ए-इश्क करते हैं ……

हाँ मुझे तुमसे “मोहब्बत है , मोहब्बत है , मोहब्बत है”……..

तुम्हारा दीदार और

तुम्हारा दीदार और वो भी आँखों में आँखें डालकर….!
.
.
उफ्फ्फ्फ्फ़…..
.
.
ये कशिश कलम से बयाँ करना भी मेरे बस की बात
नही….!!