किस्मत ही मिली थी ऐसी .. कि चैन से जीने
कि सूरत ना हुई,
जिसे चाहा उसे पा न सके .. जो मिला उससे
मोहब्बत ना हुई…!!
Category: Hindi Shayri
ऐसा भी नहीँ है
ऐसा भी नहीँ है कि, ..
मैँ जिँदगी नही जिया हुँ . . . .
मैने भी उङाई है पॉलिथीन, …
तेज़ आँधी मेँ धागा बाँधकर . . .
इतना गुमान न कर
अपनी जीत का इतना गुमान न कर बेखबर,
शहर मे तेरी जीत से ज्यादा मेरी हार के
चर्चे हैं
मौजूदगी बयाँ करता है।
तजुर्बे ने शेरों को खामोश रहना सिखाया;
क्योंकि दहाड़ कर शिकार नहीं किया जाता;
कुत्ते भौंकते हैं अपने जिंदा होने का एहसास दिलाने के लिए;
मगऱ जंगल का सन्नाटा शेर की मौजूदगी बयाँ करता है।
मोहब्बत कम नहीं होती..!
नादान है बहुत जरा तुम ही समझाओ यार उसे..
कि यूँ ” खत” को फाड़ने से मोहब्बत कम नहीं होती..!”
Ab wo aansu
Kaha tha na ke zabt karna..
Ab wo aansu samandar ho gya na…!”
जल जाते है
जल जाते है मेरे अंदाज से मेरे दुश्मन….
क्योंकि एक मुद्दत से मैंने न प्यार बदला और न दोस्त…
अंदाज़ ऐ मोहब्बत
अंदाज़ ऐ मोहब्बत है बड़ा नटखट सा उन का…
बांहों में गिर कर कहते हैं सम्भालो हम को….
Akele rehne ka
Akele rehne ka bhi ek alag hi sukoon hai,
Na kisi ke wapas aane ki ummeed,
na kisike chhod jane ka dar!!
तूने तो लाखों की
ख़ुदा तूने तो लाखों की
तकदीर संवारी है…
मुझे दिलासा तो दे,
के अब मेरी बारी है…!!!!