हुस्न वालों का वजन ही इतना होता है
कि दिल में बैठाते ही दिल टूट जाता है |
Category: Hindi Shayri
न जाने कब
न जाने कब खर्च हो गये , पता ही न चला….!
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वो लम्हे , जो छुपाकर रखे थे “जीने के लिए”…!!
ये उम्मीद नही थी.
मुझे किसी के बदल जाने का गम नही है,
बस कोई था जिससे ये उम्मीद नही थी..!!
मर्यादा तोड़े तो
पानी मर्यादा तोड़े तो “विनाश”
“और”
वाणी मर्यादा तोड़े तो “सर्वनाश”
मीठा बोलने वाले
मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी
भी डंख मारने से नहीं चुकती
इसलिए होंशियार रहें…
बहुत मीठा बोलने वाले भी
‘हनी’ नहीं ‘हानि’ दे सकते है
बिछड़ गयी ज़िन्दगी
वो मुझ से बिछड़ी तोह बिछड़ गयी ज़िन्दगी मुझसे,
मैं ज़िंदा तो रहा मगर जिन्दो में ना रहा………….
उठ न जाए
उठ न जाए ऐतबार ज़माने का….!!
ऐ मुहब्बत, किसी को तो रास आ तू….!!!
मोहब्बत डूब गयी
ये साहिल पर बिखरे हुए फूल
उफ्फ्फ
न जाने आज फिर किसकी मोहब्बत डूब गयी………
सोने नही देती
लोग अक्सर शोर से उठ जाते है
मुझे तो उसकी ख़ामोशी सोने नही देती…………
लिखा करती थी
दोनों की पहली चाहत थी ,दोनों टूट के मिला करते
थे,
वो वादे लिखा करती थी ,में कसमे
लिखा करता था ।।