धोखा मिला जब

धोखा मिला जब प्यार में; ज़िंदगी में उदासी छा गयी; सोचा था छोड़ दें इस राह को; कम्बख़त मोहल्ले में दूसरी आ गयी!

ज़रूरी नहीं कि

ज़रूरी नहीं कि हर समय लबों पर खुदा का नाम आये;

वो लम्हा भी इबादत का होता है जब इंसान किसी के काम आये।