तू जिंदगी को

तू जिंदगी को बस जी ले,
उसे समझने की कोशिश न कर..
मन में चल रहे युद्ध को विराम दे,
खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर..
कुछ बाते कुदरत पर छोड़ दे,
सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर..
जो मिल गया उसी में खुश रह,
जो सकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर..
रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा,
मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर…

न चमन है

न चमन है , न गुल है ,न मौसम-ए-बहार है

मेरी भी जिंदगी क्या खूब है – सिर्फ इन्तजार है।