यहां है हर एक अब ज़ात पांत का कैदी।
दिखे है बच्चा बूढ़ा औ जवान पिंजरे में।
Category: Hindi Shayri
पहाड़ो से जो गिरते हैं
पहाड़ो से जो गिरते हैं खड़े हो ही जाते हैं।
मगर गिरना कभी अपनी नज़र अच्छा नहीं लगता।
कोई चिड़िया रास्ता भूलकर
कोई चिड़िया रास्ता भूलकर कमरे के अंदर आ जाये,
तो पंखा बंद कर उसे रास्ता दिखाना भी मोहब्बत है !
जो मिलते हैं
जो मिलते हैं.. वो बिछड़ते भी हैं साहेब…
हम नादान थे..
एक शाम की मुलाकात को ज़िन्दगी समझ बैठे..
उम्र छोटी है
उम्र छोटी है तो क्या..जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..!
फरेबी मुस्कुराहटें देखी है..बगल मे छुपा खंजर देखा हैं…
ना हीरो की तमन्ना है
ना हीरो की तमन्ना है और
ना परियों पे मरता हूँ .
वो एकभोली सी लडकी है
जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ |
नहीं लेने देंगे सुकून
नहीं लेने देंगे सुकून वो मुझको मेरे कफन के बाद भी।
वो और दबाते रहेंगे मुझे मेरे दफ़न के बाद भी।
तुम्हारी प्यार भरी निगाहों
तुम्हारी प्यार भरी निगाहों को हमें
कुछ ऐसा गुमान होता है
देखो ना मुझे इस कदर मदहोश
नज़रों से कि दिल बेईमान होता है।
बच न सका
बच न सका ख़ुदा भी मोहब्बत के तकाज़ों से,एक महबूब की खातिर सारा जहाँ बना डाला|
यूँ सामने आकर
यूँ सामने आकर ना बैठा करो..
सब्र तो सब्र है.. हर बार नहीं होता…