किसी गुलाब से कोई मतलब नहीं मुझे,
सिर्फ आप और आप ही महकती रहो |
Category: Hindi Shayri
जो आपकी जिंदगी में
जो आपकी जिंदगी में, कील बनकर चुभे,
उन्हें एक बार, हथौड़ी बन कर, ठोक दो…….
इम्तहान भी उनके
नसीब जिनके ऊँचे और मस्त होते है…
इम्तहान भी उनके जबरदस्त होते है..!!
यह सिद्ध करने के लिये
बहस यह सिद्ध करने के
लिये होती है कि
“कौन सही है”
जब की बातचीत यह तय
करती है कि
“क्या सही है”
किसकी पनाह में
किसकी पनाह में तुझको गुज़ारे ऐ जिंदगी,
अब तो रास्तों ने भी कह दिया है, कि घर क्यों नहीं जाते !
गिला भी तुझ से
गिला भी तुझ से बहुत है… मगर मोहब्बत भी…
वो बात अपनी जगह है… ये बात अपनी जगह.
मिली है अगर जिंदगी
मिली है अगर जिंदगी तो मिसाल बन कर दिखाइये
वर्ना इतिहास के पन्ने आजकल रिश्वत देकर भी छपते है…!!
बस इक अंजुरी भर
बस इक अंजुरी भर ख़ुशी की दरकार है … जीने के लिये !!
तनिक सुनो मेरी बात
तनिक सुनो मेरी बात ।
हमसफ़र ख़ूबसूरत नहीं सच्चा होना चाहिए…!
ये गलत कहा किसी ने
ये गलत कहा किसी ने की मेरा पता नहीं है,
कोई ढूँढने की हद तक मुझे ढूंढता नहीं है।