आवारगी के शौक में अब ये भी याद नहीं
कि किस मोङ पर खुद को छोङ आया हूँ…!!!
Category: Hindi Shayri
पहली मोहब्बत हमेशा
पहली मोहब्बत हमेशा ग़लत इंसान से होती है,
और दूसरी मोहब्बत हमेशा सही
इंसान से ग़लत वक़्त पर हो जाती है ।।
मिट्टी की पकड़
मिट्टी की पकड़ बहुत मज़बूत होती है,
संगे मरमर पर तो पाँव ही फिसला करते है..!!
पानी से तसवीर
पानी से तसवीर कहां बनती है ख्वाबों से तकदीर
कहां बनती है किसी से प्यार करो
तो सच्चे दिल से क्य़ॊंकि यह
जिंदगी फिर कहां मिलती है …
एक उसूल पर
एक उसूल पर गुजारी है जिदंगी मैने,
जिसको अपना समझा उसको कभी परखा नही…
बार बार कर सकते है
किसी को माफ़ तो
बार बार कर सकते है ,
मगर भरोसा बार बार
नहीं कर सकते…. ।।
आदमी के ख्वाईशो
आदमी के ख्वाईशो की इंतहा नहीं
दो गज़ जमीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद|
रुकता नही तमाशा
रुकता नही तमाशा रहता है खेल जारी
उस पर कमाल देखिए दिखता नही मदारी|
मीठी यादों की
मीठी यादों की चासनीं में भिगोकर हमने।
तेरे इश़्क को, मुरब्बे सा संभाल रक्खा है।
हमीं से निकलेगा
न किसी हमसफ़र ना हमनशीं से निकलेगा,
हमारे पाँव का काँटा, हमीं से निकलेगा!