As U Wish

ए खुदा माना हर इन्सान कि ज़िन्दगी कि किताब आपने लिखी है। पर कुछ पन्नो पर तो ये लिख देते “As U Wish”

टिफिन लिए दफ्तरों

टिफिन लिए दफ्तरों की तरफ बढ़ते लोग, इनमें खाना नहीं फिक्र भरी है ढेर सारी..!!

हर इसांन की

हर इसांन की ख्वाहिश होती है कि सब उसे पहचाने , पर , ये भी चिंता सताती है, कि कोई सही में पहचान न ले…

अधूरे हो जाते हैं

मुक़म्मल होने की ख़्वाहिश में हम…!… और भी ज़्यादा अधूरे हो जाते हैं…!!

अजीब सबूत माँगा

अजीब सबूत माँगा उसने मेरी मोहब्बत का कि मुझे भूल जाओ तो मानूँ मोहब्बत है !

अनसुना ही रह गया

अधूरा ..अनसुना ही रह गया प्यार का किस्सा, कभी तुम सुन न सके ..कभी मैं कह नही पाया !!

इजहारे मोहब्बत का

इजहारे मोहब्बत का जुनूँ गौर से देखो, पहली ही मुलाकात में परवाना मर गया …

मोहब्बत मैं ही

हम तो आगाज़े मोहब्बत मैं ही लूट गये, और लोग कहते है की अंजाम बुरा होता है !!

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