तू इतना प्यार कर जितना तू सह सके,
बिछड़ना भी पड़े तो ज़िंदा रह सके….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तू इतना प्यार कर जितना तू सह सके,
बिछड़ना भी पड़े तो ज़िंदा रह सके….!!
बुजदिल हें वो लोग जो मोहब्बत नहीं करते,
बहुत हौसला चाहिए बर्बाद होने के लिए ।
वो बेईमान नेता सी है, हर दिल से खेलती है,
मै भोली जनता सा हूँ, हर बार उसीको चुनता हुं!!
अगर प्यार करती हो तो आ सामने,,
यु छीप छीप कर स्टेटस पढने का मतलब क्या हैं?
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
सालो साल बातचीत से उतना सुकून नही मिलता,
जितना एक बार महबूब के गले लग कर मिलता है….!!
इश्क़ वो नहीं जो तुझे मेरा कर दे….
इश्क़ वो है जो तुझे किसी और का ना होने दे !!
बस मे होता गर हाल ए दिल बयाँ करना
तो कसम से
हम आईने को भी रुला देते…
मेरी बात सुन पगली अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में….
जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई तू भी थी.
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को;
ना कोई काम करता है, ना कोई बात सुनता है..”