दर्द दिल का

दर्द दिल का कैसे बयाँ करे भला अल्फाजो में हम
वो लफ्ज कहाँ से लायें जिसमे समा जायें सब गम”

सिर्फ दिल ही है

दुनिया में सिर्फ दिल ही है जो बिना आराम किये काम
करता है….
इसलिए उसे खुश रखो ,चाहे वो अपना हो या अपनों का…!!!

विश्वास ज्यादा हो

रिश्ते वो होते हैं, जिसमे शब्द कम और समझ ज्यादा हो; जिसमे तकरार कम और प्यार ज्यादा हो; जिसमे आशा कम और विश्वास ज्यादा हो।

ज़ख़्म इतने गहरे हैं

ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें;

हम खुद निशाना बन गए वार क्या करें;

मर गए हम मगर खुली रही ये आँखें;

अब इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें।

समय की कीमत

समय की कीमत पेपर से पूछो जो सुबह चाय के साथ होता है, वही रात् को रद्दी हो जाता है”

इसलिए, ज़िन्दगी मे जो भी हासिल करना हो…
उसे वक्त पर हासिल करो…..
क्योंकि, ज़िन्दगी मौके कम और धोखे ज्यादा देती है…