आँधियों को ज़िद्द है

आँधियों को ज़िद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की,
मुझे भी ज़िद्द है वही आशियाँ बसाने की,
हिम्मत और हौंसले बुलंद हैं, खड़ा हूँ अभी गिरा नहीं हूँ,
अभी जंग बाकी है और मैं भी अभी हारा नहीं हूँ !!

मुस्कुराहट के पीछे

ए दोस्त….
उदास होने के लिए उम्र पड़ी है…..
नज़र उठाओ सामने ज़िंदगी खड़ी है….
अपनी हँसी को होंटो से न जाने देना….
क्योंकि आपकी मुस्कुराहट के पीछे दुनिया पड़ी है….